Afcons Infra Shares: भारत में एक प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन कंपनी है, जो शपूरजी पलोनजी ग्रुप का हिस्सा है। लगभग 65 सालों के लंबे इतिहास के साथ यह कंपनी इंजीनियरिंग और निर्माण के क्षेत्र में खास पहचान रखती है। हाल ही में इस कंपनी का आईपीओ घरेलू शेयर मार्केट में लिस्ट हुआ, जिससे निवेशकों में उत्सुकता देखी गई। इस आर्टिकल में हम Afcons Infra के आईपीओ लिस्टिंग, प्रोजेक्ट्स और शेयरों की कीमत में हुए उतार-चढ़ाव की पूरी जानकारी देंगे।
जब Afcons Infra के शेयरों की मार्केट में एंट्री हुई, तो यह लगभग 8% की गिरावट के साथ लिस्ट हुआ था। इस डिस्काउंट लिस्टिंग के कारण निवेशकों को पहले दिन नुकसान झेलना पड़ा। हालांकि, लिस्टिंग के बाद शेयरों में अचानक एक अच्छी रिकवरी देखने को मिली, जिसमें यह शेयर अपने निचले स्तर से 14% तक उछल गया। इसका मुख्य कारण कंपनी का एक बड़ा प्रोजेक्ट हासिल करना था, जिसने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया। आइए, जानते हैं कि इस प्रोजेक्ट की डिटेल्स क्या हैं, और कैसे कंपनी ने यह मुकाम हासिल किया।
किस वजह से बढ़े Afcons Infra के शेयर?
Afcons Infra के शेयरों में आई इस तेजी का मुख्य कारण कंपनी का एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट जीतना है। यह प्रोजेक्ट भोपाल मेट्रो के फेज-1 के अंतर्गत आता है, जिसमें कंपनी ने सबसे कम बोली लगाकर इसे अपने नाम कर लिया है।
- प्रोजेक्ट डिटेल्स:
- यह प्रोजेक्ट भोपाल मेट्रो की ब्लू लाइन (लाइन-2) का हिस्सा है, जिसमें भदभदा चौराहा और रत्नागिरी चौराहा को जोड़ने का काम किया जाएगा।
- इस रूट की कुल लंबाई 12.1915 किमी होगी, जिसमें कुल 13 एलीवेटेड स्टेशन बनाए जाएंगे।
- इसके अलावा, इस रूट पर सुभाष नगर में एक रैंप भी बनेगा, जो ऑरेंज लेन (करोंड सर्किल-एम्स) से कनेक्ट होगा।
- प्रोजेक्ट की अवधि: तीन साल में इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
- फंडिंग:
- इस प्रोजेक्ट को यूरोपीय इनवेस्टमेंट बैंक से मिले 40 करोड़ पाउंड के लोन के जरिए फंड किया जा रहा है, जो परियोजना की सफलता को सुनिश्चित करता है।
- कंपनी की रणनीति और आगामी प्रोजेक्ट्स:
- इस प्रोजेक्ट की सफलता ने निवेशकों का कंपनी में विश्वास बढ़ाया है, जिससे भविष्य में कंपनी और भी नए प्रोजेक्ट्स प्राप्त कर सकती है। Afcons Infra का मेट्रो प्रोजेक्ट्स में अनुभव और तकनीकी दक्षता इसे बाजार में एक विश्वसनीय कंपनी बनाता है।
IPO का रिस्पॉन्स और फंड का उपयोग
Afcons Infra के IPO को 25-29 अक्टूबर 2024 के बीच लॉन्च किया गया था। IPO के जरिए प्रमोटर कंपनी गोस्वानी इंफ्राटेक ने 9 करोड़ से अधिक शेयर बेचे। इस IPO का रिटेल इनवेस्टर्स से मिला-जुला रिस्पॉन्स देखने को मिला और पूरी तरह से सब्सक्रिप्शन नहीं मिला। इसके बावजूद, लिस्टिंग के बाद आए प्रोजेक्ट ने शेयरों को नई ऊंचाई पर पहुंचाया।
IPO से प्राप्त फंड का उपयोग
IPO से प्राप्त राशि का उपयोग मुख्यतः निम्नलिखित मदों में किया जाएगा:
- कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट खरीद: 80 करोड़ रुपये
- लॉन्ग टर्म वर्किंग कैपिटल की जरूरतें: 320 करोड़ रुपये
- कर्ज की अदायगी: 600 करोड़ रुपये
- आम कॉरपोरेट उद्देश्यों: शेष राशि का उपयोग
Afcons Infra के शेयर का प्रदर्शन: इंट्रा-डे में उतार-चढ़ाव
लिस्टिंग के दिन, Afcons Infra के शेयरों का प्रदर्शन बेहद दिलचस्प रहा।
- ओपनिंग प्राइस: शेयर 8% की गिरावट के साथ लिस्ट हुआ।
- निचला स्तर: दिन के दौरान यह 419.85 रुपये तक गिरा।
- रिकवरी: इस स्तर से शेयर ने 14% की तेजी दिखाई और 479.25 रुपये के स्तर पर पहुंचा।
- अंतिम कीमत: 10.35% की बढ़त के साथ 474.55 रुपये पर बंद हुआ।
यह प्रदर्शन यह दर्शाता है कि Afcons Infra के शेयर ने निवेशकों के लिए अच्छा अवसर प्रदान किया, जिससे उन्होंने भविष्य में इसके बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई है।
निष्कर्ष
Afcons Infra की लिस्टिंग और उसके बाद के प्रदर्शन ने इसे एक मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के रूप में स्थापित किया है। एक महत्वपूर्ण मेट्रो प्रोजेक्ट हासिल करने से इसके शेयरों में तेजी आई और निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न का मौका बना। कंपनी का दीर्घकालिक रणनीति पर ध्यान और मेट्रो प्रोजेक्ट्स में अनुभव इसे भविष्य में और भी लाभदायक बना सकता है।
इसलिए, यदि आप इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में निवेश के इच्छुक हैं, तो Afcons Infra एक लंबी अवधि के लिए बेहतर निवेश साबित हो सकता है।