Meesho, जो एक प्रमुख भारतीय ई-कॉमर्स मंच है, ने वित्त वर्ष 2023-24 में अपनी वित्तीय स्थिति को बेहद मजबूत किया है। पिछले कुछ वर्षों में मीशो ने छोटे और मध्यम व्यवसायों को ऑनलाइन बिक्री में सहयोग प्रदान कर लाखों उपभोक्ताओं तक पहुंच बनाई है। सॉफ्टबैंक समर्थित यह कंपनी, जो मुख्यतः किफायती उत्पादों के लिए जानी जाती है, ने हाल ही में अपने समायोजित घाटे में 97% की गिरावट और आय में 33% की वृद्धि की जानकारी साझा की है।
इस लेख में हम समझेंगे कि कैसे मीशो ने अपनी लागत प्रबंधन रणनीतियों में बदलाव कर घाटे को घटाया और परिचालन आय में वृद्धि दर्ज की। साथ ही, इस बढ़ते व्यवसाय का भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ेगा और कंपनी ने आगे के लिए क्या रणनीतियाँ बनाई हैं।
मीशो के घाटे में 97% गिरावट:
मीशो का समायोजित घाटा वित्त वर्ष 2022-23 में 1,569 करोड़ रुपये था, जो इस वर्ष घटकर केवल 53 करोड़ रुपये रह गया है। इस सफलता का मुख्य कारण मीशो का संचालन खर्चों में भारी कटौती करना और व्यवसाय को ज्यादा कुशल बनाना है। मीशो के SG&A (सामान्य एवं प्रशासनिक) खर्चों में इस साल गिरावट दर्ज की गई है, जिससे कंपनी को घाटा कम करने और मुनाफा बढ़ाने का मौका मिला।
लागत घटाने की रणनीतियाँ:
मीशो ने पिछले वर्ष में कुछ प्रमुख कदम उठाए, जिनमें शामिल हैं:
- ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ाना – मीशो ने अपने ऑपरेशन और सेवाओं को सुधारते हुए ऐसे तरीकों को अपनाया जो कम लागत में अधिक उत्पादकता देने में मददगार हो।
- ग्राहक अनुभव में सुधार – कंपनी ने ग्राहक सहायता और लॉजिस्टिक्स में सुधार कर व्यावसायिक गतिविधियों को सरल बनाने का प्रयास किया।
- कर्मचारियों के कार्यों में पुनर्संरचना – मीशो ने कर्मचारियों के प्रशिक्षण और टीम संरचना पर ध्यान देकर कार्यों को अधिक कुशलता से प्रबंधित किया।
परिचालन आय में 33% की वृद्धि:
मीशो की परिचालन आय भी वित्त वर्ष 2022-23 की 5,735 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 7,615 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि 33% की वृद्धि को दर्शाता है। मीशो ने अपने विक्रेताओं और ग्राहकों की संख्या बढ़ाई, जिससे कुल ऑर्डर की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई। वित्तीय वर्ष के दौरान ऑर्डर आपूर्ति में 36% की बढ़त हुई और यह 84.3 करोड़ ऑर्डर तक पहुँच गई।
अधिक ऑर्डर आपूर्ति के कारण:
- व्यापक प्रोडक्ट रेंज – मीशो ने कई नई श्रेणियों में उत्पाद जोड़े और पुराने उत्पादों में विविधता बढ़ाई।
- आकर्षक मूल्य निर्धारण – ग्राहकों को किफायती दरों पर उत्पाद उपलब्ध कराने की नीति से ऑर्डर्स में वृद्धि हुई।
- मल्टी-चैनल प्रमोशन – सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों के जरिये ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को मीशो पर लाने में सफलता प्राप्त की।
मीशो के वित्तीय आँकड़े (2022-23 बनाम 2023-24)
वित्तीय वर्ष | परिचालन आय (करोड़ रुपये में) | समायोजित घाटा (करोड़ रुपये में) | ऑर्डर आपूर्ति (करोड़ में) |
---|---|---|---|
2022-23 | 5,735 | 1,569 | 62.2 |
2023-24 | 7,615 | 53 | 84.3 |
मीशो की भविष्य की योजनाएँ:
इस वित्तीय सुधार के बाद, मीशो का ध्यान अब अपने व्यापार का और विस्तार करने पर है। कंपनी ने अपनी भविष्य की रणनीति में कई लक्ष्य तय किए हैं:
- छोटे और मध्यम व्यापारियों को समर्थन – अधिक छोटे व्यवसायों को मंच से जोड़ने पर जोर।
- नए ग्राहक जोड़ना – अधिक से अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए डिजिटल और पारंपरिक माध्यमों का सहारा लेना।
- प्रौद्योगिकी में निवेश – व्यवसाय के कुशल संचालन के लिए नई तकनीक और डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल।
निष्कर्ष:
मीशो ने वित्त वर्ष 2023-24 में अपने घाटे को 97% कम कर भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। परिचालन आय में 33% की वृद्धि ने न केवल कंपनी की वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाया, बल्कि इसके निवेशकों को भी सकारात्मक संकेत दिए। आगे बढ़ते हुए, मीशो का उद्देश्य व्यवसाय को स्थिर और लाभकारी बनाना है ताकि वे भारतीय ग्राहकों को किफायती उत्पाद और बेहतर सेवा प्रदान कर सकें।