Ola Electric Update: भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी ओला इलेक्ट्रिक और स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा के बीच सोशल मीडिया पर छिड़ी जंग ने इन दिनों काफी सुर्खियां बटोरी हैं। कुणाल कामरा (Kunal Kamra) ने ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) की कस्टमर सर्विस को लेकर कई बार आलोचना की है, और ओला के सीईओ भाविष अग्रवाल ने इस आलोचना का सीधा जवाब भी दिया है। इस लेख में हम बताएंगे कि यह विवाद कैसे शुरू हुआ, इसमें किस तरह की प्रतिक्रियाएं आईं, और इस जंग का ओला इलेक्ट्रिक के ब्रांड, शेयर प्राइस, और ग्राहकों के भरोसे पर क्या असर पड़ा है। साथ ही, सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) द्वारा ओला को भेजे गए नोटिस और कंज्यूमर अफेयर्स डिपार्टमेंट की जांच पर भी चर्चा करेंगे।
विवाद की शुरुआत: Kunal Kamra की आलोचना और Bhavish Aggarwal का जवाब
यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब कुणाल कामरा ने सोशल मीडिया पर ओला इलेक्ट्रिक के सर्विस सेंटर में धूल खाते स्कूटर्स की एक तस्वीर पोस्ट की। इस तस्वीर के माध्यम से कामरा ने कंपनी की कस्टमर सर्विस पर सवाल खड़े किए और आरोप लगाया कि ओला अपने ग्राहकों को अच्छी सर्विस नहीं दे पा रही है। इस पोस्ट के बाद, ओला के सीईओ भाविष अग्रवाल ने कामरा पर कटाक्ष करते हुए इसे “पेड पोस्ट” बताया और कहा कि कामरा अपने कॉमेडी करियर में फेल हो गए हैं, इसलिए ऐसे पोस्ट कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कामरा उनके साथ काम करें, तो वे उन्हें और भी बेहतर भुगतान करेंगे।
सोशल मीडिया पर आगे बढ़ी बहस
भाविष अग्रवाल की प्रतिक्रिया के बाद, कुणाल कामरा ने एक के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ओला की सर्विस क्वालिटी पर सवाल उठाए। यहां तक कि जब दिवाली के अवसर पर भाविष अग्रवाल ने कंपनी के दिवाली जश्न का वीडियो पोस्ट किया, तो कामरा ने वीडियो पर तंज कसते हुए कहा, “सर्विस स्टेशन का फुटेज दिखाओ।”
इस तरह की प्रतिक्रियाओं से यह स्पष्ट है कि कामरा ओला की सर्विस को लेकर असंतुष्ट हैं और अपनी असंतुष्टि को खुलकर सामने ला रहे हैं। वहीं, भाविष अग्रवाल अपनी कंपनी का पक्ष रखते हुए इस मुद्दे पर अलग-अलग जवाब देते नजर आए हैं।
CCPA का नोटिस और ग्राहक शिकायतें
कुणाल कामरा के लगातार आरोपों और सोशल मीडिया पर बढ़ते विवाद के बीच सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने ओला इलेक्ट्रिक को ग्राहक शिकायतों के बारे में नोटिस जारी किया। अक्टूबर में जारी इस नोटिस में बताया गया कि CCPA को ओला स्कूटर्स से संबंधित 10,644 शिकायतें मिलीं हैं। ओला का दावा है कि इन शिकायतों में से 99.1 फीसदी का निपटारा कर दिया गया है, लेकिन इसके बाद भी कंज्यूमर अफेयर्स डिपार्टमेंट इस दावे की जांच कर रहा है।
यह विवाद ओला के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है, क्योंकि कंपनी को अब अपने सर्विस नेटवर्क को मजबूत करने की आवश्यकता महसूस हो रही है ताकि ग्राहकों का भरोसा बना रहे।
Ola Electric के शेयर प्राइस पर असर
इस विवाद और शिकायतों के बढ़ने का असर ओला इलेक्ट्रिक के स्टॉक पर भी पड़ा। 29 अक्टूबर को ओला का शेयर प्राइस पहली बार अपने आईपीओ प्राइस 76 रुपये प्रति शेयर से नीचे गिरकर ट्रेड हुआ। हालांकि, दिवाली के दिन इसमें थोड़ा सुधार हुआ और यह 80.88 रुपये पर बंद हुआ। लेकिन इस गिरावट ने कंपनी के निवेशकों के बीच चिंता बढ़ा दी है।
निष्कर्ष
भाविष अग्रवाल और कुणाल कामरा के बीच चल रही यह जंग ओला इलेक्ट्रिक के ब्रांड इमेज और बाजार स्थिति को प्रभावित कर रही है। CCPA का नोटिस और कंज्यूमर अफेयर्स की जांच ने भी इस मामले को गंभीर बना दिया है। ओला को अपने सर्विस नेटवर्क और ग्राहक सहायता को मजबूत करने की जरूरत है ताकि ग्राहकों के बीच कंपनी का भरोसा बना रहे। विवादों और शिकायतों का असर कंपनी के स्टॉक पर भी दिख रहा है, और अब देखना यह है कि कंपनी इस चुनौती का सामना कैसे करती है।है। ओला इलेक्ट्रिक को अब अपने सर्विस नेटवर्क और कस्टमर सपोर्ट को सुधारने की आवश्यकता है ताकि ग्राहकों का भरोसा बना रहे और ऐसे विवादों का असर कंपनी की बाजार स्थिति पर न पड़े।